धार में पुलिस ने शादी करवाने के नाम पर विज्ञापन देकर आनलाइन ठगी करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया हैं, हालांकि आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पडा। क्योंकि रुपए जमा करवाने के बाद आरोपियों ने अपना नंबर बंद कर लिया था, ऐसे में पीथमपुर सेक्टर एक पुलिस जिन खातों में रुपए जमा हुए है। उनके बारे में स्पष्ट जानकारी जुटाने के लिए बैंक पहुंची, जहां पर पंजाब नेशनल बैंक सहित एसबीआई की स्थानीय बैंक से संपर्क करके नाम, पता सहित मोबाइल नंबर जुटाए। इसके बाद आरोपियों की तलाश में एक टीम छत्तीसगढ़ पहुंची, यहां पर चार दिनों तक आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए सर्चिंग की गई। जिसके बाद दो महिला सहित एक पुरुष को लेकर पुलिस धार आई। थाने पर कार्रवाई के बाद अब आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया जा रहा हैं, आरोपियों ने ग्रामीण व मजदूर तबके के लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक सेंटर बना रखा था। जिसके माध्यम से ही लोगों को फोन कर बातों में लगाकर रुपए जमा करवाए जाते थे, पुलिस के अनुसार छत्तीसगढ़ की इस गैंग का धार जिले का पहला ही केस था। जिसमें ही आरोपी गिरफ्तार हो गए है।
विज्ञापन देखकर किया फोन
दरअसल प्रतिमाह पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी आदित्य प्रताप सिंह द्वारा बैठक में थानों पर दर्ज अपराधों को लेकर समीक्षा की जाती हैं, जिसमें महिला संबंधी अपराध व धोखाधडी जैसे मामलों में गंभीरता के साथ प्रकरणों की जांच करने के निर्देश थाना प्रभारियों को दिए थे। इसी कड़ी में पीथमपुर सेक्टर एक पुलिस को बडी सफलता मिली है। टीआई लोकेशसिंह भदौरिया के अनुसार औधोगिक नगरी पीथमपुर के आईसर चौराहे पर रहने वाले अतुल तिवारी ने शादी के लिए एक विज्ञापन देखा था, जिसमें दिए गए नंबर पर फोन करने पर एक युवती से बातचीत हुई थी। पिछले साल दिसंबर माह में फोन पर संपर्क होने के बाद रोशनी नाम की युवती से शादी के लिए बात तय हुई। आरोपी रोशनी ने पीड़ित अतुल से फोन पर प्रतिदिन बात करना शुरु की व जल्द शादी करने का आश्वासन दिया। कुछ दिनों बाद रोशनी ने अपनी मां की तबीयत बिगड़ने के कारण उपचार के लिए पीड़ित से मदद मांगी, तब आरोपी महिला ने केवल 4 हजार रुपए मांगे थे। ऐसे में अतुल ने रुपए रोशनी के पंजाब नेशनल बैंक के खाते में जमा करवा दिए।
दिल्ली में चल रहा उपचार
पीथमपुर सेक्टर एक पुलिस के अनुसार महिला आरोपी रोशनी लगातार पीड़ित अतुल को फोन करके रुपए मांगा करती थी, शुरुआत में अतुल ने जब रुपए देने शुरु किए तो आरोपी ने अपनी मां के दिल्ली में भर्ती होने की बात कही। साथ ही अस्पताल से छुट्टी होने के बाद शादी करने का आश्वासन भी दिया, प्रतिदिन फोन व व्हाट्सएप पर हो रही बातों का विश्वास करके पीड़ित ने कुल 1 लाख 77 हजार रुपए पंजाब नेशनल बैंक सहित एसबीआई के बैंक खाते में जमा करवा दिए। इसके बाद आरोपी द्वारा दिए गए नंबरों पर संपर्क नहीं हो पाया। पीडित 1 सितंबर को थाने पर पहुंचा, जहां पर एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया। इधर मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम ने प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु की।
डेढ़ माह की मेहनत आरोपी गिरफ्तार
सीएसपी तरुणेंद्रसिंह बघेल के मार्गदर्शन में प्रकरण की जांच शुरु की गई। पुलिस ने दोनों बैंकों से जानकारी जुटाई तथा बैंक में दिए नंबरों की लोकेशन छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आई। ऐसे में एक टीम बिलासपुर पहुंची, जहां से पुलिस संगीता पिता सियाराम यादव, मनीष पिता रेशम लाल वर्मा सहित रोशनी मनिक को गिरफ्तार किया गया। आरोपी संगीता व मनीष विज्ञापन में दिए नंबरों से पहले संबंधित कस्टमर से कंपनी का एजेंट बनकर बातचीत करते थे तथा रोशनी को बाद में शादी करने वाली युवती बताकर फोन पर संपर्क करवाते थे। जब पीड़िता आरोपियों के झांसे में आकर प्रतिदिन बातचीत करता था, तब उससे रुपए लेने का काम शुरु होता था। पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच सहित आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई सउनि राजेश सिलोरिया, आरक्षक सुरज तिवारी, नेहा कुशवाहा, संजय वर्मा के द्वारा की गई।